वो वंशवाद के परिचायक थे
ये “गरीब” है जननायक ।
वो जनता के शोषक थे
ये हर गरीब का पोषक है।
वो अपना घर भरते थे
ये गरीब को घर देता है।
वो सोने की चम्मच वाले
ये मेहनत, मजदूरी वाला
वो पीड़ा के दायक थे
ये भारत का जननायक है
वो अमीर के संरक्षक
ये गरीब का है रक्षक
वो काले अतीत के दायक थे
ये प्रकाशपुंज महानायक है
वो लोकतंत्र के हत्यारे
ये भारत का उजियारा
वो चिंतक थे निज धन के
ये चिंतन में निर्धन के
वो 2G से घर भरते थे
ये “मुद्रा” से धन देता है
वो किसान के ताड़क थे
ये अन्नदाता का रखवाला
वो दुश्मन से नजर चुराते थे
ये आंख दिखाने वाला है
वो कड़ी निंदा में जीते थे
ये सर्जिकल कर आता है
वो विश्वमंच पर चुप रहते
ये सबको शिक्षा देता है
वो तुष्टिकरण के दाता थे
ये समानता वाला है
वो वोटों पर मरते थे
ये भारत हित में जीता है।
वो कुटुंब के हितचिंतक
ये जन जन का हित रक्षक
वो वंशवाद के थे नायक
ये राष्ट्र का अधिनायक
वो चोर बचाने वाले थे
ये जेल भेजने वाला है
वो निजहित में जीने वाले
ये जनहित में जीने वाला है
है यकीन उन्नीस में फिर से
मोदी ही आने वाला है
बहुत खूब लिखा है भाई👌👌👌